पंचतिकत घ्रत गुग्गुल
पंचतिक्त घृत गुग्गुलु
गुण व उपयोग:
पंचतिक्त घृत गुग्गुलु रक्तशोधक व रक्तवर्द्धक है।
यह विष दोष, ऊध्-र्वजत्रुगत रोग, गुल्म, अर्श, प्रमेह, वातरोग, कुष्ठ, अरूचि, श्वास, पीनस, कास, शोध, हृदय रोग, पांडु रोग, नाड़व्रण, अर्बुद, भगन्दर, गण्डमाला, यक्ष्मा, विद्रधि व वातरक्त, अस्थि-क्षय, उपदंश, घाव, फोड़ा-फुंसी, चकत्ता, अपरस आदि रोगों में ऊत्तम लाभ करता है।
मात्रा व अनुसान: 6 से 10 ग्राम, 125 ग्राम दूध के साथ।
गुण व उपयोग:
पंचतिक्त घृत गुग्गुलु रक्तशोधक व रक्तवर्द्धक है।
यह विष दोष, ऊध्-र्वजत्रुगत रोग, गुल्म, अर्श, प्रमेह, वातरोग, कुष्ठ, अरूचि, श्वास, पीनस, कास, शोध, हृदय रोग, पांडु रोग, नाड़व्रण, अर्बुद, भगन्दर, गण्डमाला, यक्ष्मा, विद्रधि व वातरक्त, अस्थि-क्षय, उपदंश, घाव, फोड़ा-फुंसी, चकत्ता, अपरस आदि रोगों में ऊत्तम लाभ करता है।
मात्रा व अनुसान: 6 से 10 ग्राम, 125 ग्राम दूध के साथ।
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